Don’t stop when you are tired. Stop when you are done (आपको रुकना तब नहीं है जब आप थक जाये बल्कि तब रुकना है जब आपका काम पूरा हो जाये) अंग्रेजी में लिखे इस कथन को डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री के उम्दा ट्रेनर और कोच मिस्टर दीपक बजाज ने कुछ इस तरह से अपने जीवन में शामिल किया कि आज वो इंडस्ट्री से न थकावट महसूस करते है और न ही उनको कभी यह लगता है कि उनका काम पूरा होगा गया है यानि निरंतरता से वो इंडस्ट्री में अपना योगदान दे रहे है।
मुश्किलों से भरा बचपन – हरियाणा के रेवाड़ी ज़िले के छोटे से गांव में जन्मे मिस्टर दीपक बजाज का बचपन बेहद मुश्किलों में गुजरा। जब दीपक जी मात्र 6 साल के थे तब उनके पिताजी को कैंसर हो गया जिसके कारण 2 साल के बाद उनकी मृत्यु हो गयी। पिता की मृत्यु के बाद उनके घर में मुफलिसी का दौर शुरू हो गया।
उनके घर में आर्थिक संकट आया तो उनके सभी रिश्तेदारों ने उनसे मुँह मोड़ लिया। पैसो की तंगी की वजह से दीपक जी की पढाई लिखाई गांव के ही स्कूल में हुई।
दीपक जी बताते है जब वो बचपन में अपनी माँ के साथ बाहर जाते थे तो बड़ी कोठिया और गाड़िया देख बड़े भोलेपन से अपनी माँ से सवाल करते थे कि ‘ माँ वो कौन लोग है जो बड़े-बड़े घरो में रहते है और बड़ी-बड़ी गाड़ियों में घूमते है ’ तब उनकी माँ झुंझुला कर कहा करती थी कि ‘वो अलग है और हम अलग है वो बड़े लोग है’। माँ के मुँह से अक्सर ये बातें सुन दीपक बजाज के मन में एक बात बैठ गयी थी कि एक दिन बड़ा आदमी बनना है।
फिर क्या था बड़े होकर बड़ा आदमी बनने के लिए उन्होंने MBBS कर डॉक्टर बनने की सोची लेकिन उस समय उनकी पारिवारिक स्तिथि इतनी अच्छी नहीं थी, तब उनके दोस्त के भाई ने उनको पैसे और समय बचाने के लिए MBA करने की सलाह दी जिसे मानकर दीपक जी ने CAT की परीक्षा उत्तीर्ण की और देश के 16वें बेस्ट MBA संस्थान में एडमिशन ले लिया। उसके बाद कॉलेज कैंपस में उनका चयन हो गया और उन्हें एक बेहतर जॉब मिल गयी। नौकरी की शुरआती दौर में उन्हें अलग-अलग राज्यों में जाकर काम करना पड़ा लेकिन अपने जीवन की एक सीख ‘उम्मीद से थोड़ा सा एक्स्ट्रा करो’ ने उन्हें मात्र 25 साल की उम्र में रीजनल मैनेजर के पद पर पंहुचा दिया। तब तक दीपक जी शादी के बंधन में भी बंध चुके थे, घर में छोटा भाई, माँ ,बीवी और वे स्वयं अच्छी कमाई कर रहे थे।
जीवन में डायरेक्ट सेलिंग का आगमन – साल 2006 में पहली बार उन्हें डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री से रूबरू होने का मौका मिला लेकिन तब वह इससे संतुष्ट नहीं हुए और उन्होने इंडस्ट्री को ज्वाइन करने के ऑफर को ठुकरा दिया। साल 2017 में दीपक जी डायरेक्ट सेलिंग के एक कार्यक्रम में शामिल हुए जहां उन्हें इंडस्ट्री के बारे में बहुत सी बातें पता चली जिनसे वह इतना प्रभावित हुए कि उन्होंने इंडस्ट्री ज्वाइन कर ली और शुरुआत के 3 महीने में ही उन्होंने लाखो की कमाई की। इंडस्ट्री से होती लाखो की कमाई देख दीपक जी ने अपनी जॉब से भी इस्तीफा दे दिया। लेकिन कहते है न हर समय एक जैसा नहीं रहता। कुछ महीने बाद ही महीने में लाखो की कमाई करने वाले दीपक बजाज सीधा जीरो पर आ गए और इंडस्ट्री में उनके संघर्ष की कहानी शुरू हो गयी। दीपक जी ने आने वाले कुछ समय जी तोड़ मेहनत की और उसी दौरान उन्होंने पैसो की तंगी का सफर भी देखा लेकिन 13 महीने जी तोड़ मेहनत करने के बाद उनकी पैसिव इनकम आनी शुरू हो गयी और उन्होंने अपनी पहली मरसर्डीज़ भी खरीद ली। देखते ही देखते दीपक बजाज जी ने मात्र 35 साल की उम्र में इतने पैसे कमा लिए जितना कोई अपने रिटायरमेंट की उम्र तक कमा पाता।
डायरेक्ट सेलर से ट्रेनर का सफर – जून 2018 से उन्होंने नेटवर्क मार्केटिंग को अलविदा कर बिज़नेस ट्रेनिंग और मोटिवेशनल कोच के रूप में कार्य करना प्रारंभ कर दिया। हलाकि आज भी दीपक जी डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री के लिए कार्य कर रहे है लेकिन एक कोच और ट्रेनर के रूप में। उन्होंने इंडस्ट्री में ट्रेनिंग के महत्व को समझते हुए 4 किताबे भी लिखी जो की बेस्ट सेलिंग किताबो में से एक है। आज दीपक जी अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से भी लाखो लोगो को प्रेरित कर नयी दिशा दिखा रहे है। उन्हें साल 2022 में ‘नेटवर्क मार्केटिंग अवार्ड’ द्वारा ‘बेस्ट नेटवर्क मार्केटिंग ट्रेनर और कोच’ से भी नवाजा गया। उनकी सफलता की कहानी यही खत्म नहीं होती बल्कि यहाँ से शुरू होती है ‘IIT बॉम्बे’ ने उन्हें ‘Brand Representative Of Entrepreneurship Cell के रूप में चुना है। इंडस्ट्री के लिए अपने जीवन के अंतिम क्षणों तक कार्य करने की सोच रखने वाले दीपक बजाज आज हर एक डायरेक्ट सेलर के लिए कामयाबी की जीती जागती मिसाल है।
देखे कैसे बने मिस्टर दीपक बजाज बेस्ट नेटवर्क मार्केटिंग ट्रेनर और कोच-https://www.youtube.com/watch?v=HgJKjkUM1ZQ&t=24s
डायरेक्ट सेलिंग नाउ उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं देते हुए उनके मंगलमय जीवन की कामना करता है और डायरेक्ट सेलिंग में ट्रेनिंग को अलग स्तर पर ले जाने के उनके प्रयास की सराहना करते हुए उन्हें सलाम करता है।