कहते है नाम जन्म से नहीं बल्कि कर्म से बड़ा बनता है और ऐसा ही कुछ किया है डायरेक्ट सेलिंग लीडर मिस्टर सुकांत जेना ने।
बेहद गरीब परिवार में हुआ जन्म – उड़ीसा के भुवनेश्वर के कटक ज़िले के छोटे से गांव में जन्मे सुकांत जेना बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक़ रखते थे। उनके पिताजी सब्ज़ी बेचकर परिवार का पेट पालते थे, परिवार काफी बड़ा था। सुकांत जी के परिवार के हालात इतने खराब थे कि वह चौथी के बाद की पढाई भी नहीं कर पाए थे ।
जब सुकांत जी 20 साल के हुए तब वह घर से भाग गए और उन्होंने मात्र 100 रुपए महीने में एक रेस्टोरेंट में नौकरी करनी शुरू कर दी,लेकिन 3-4 महीने में ही उन्होंने परेशान होकर वह नौकरी छोड़ दी।
पैसो के लिए प्रेमिका ने छोड़ा- घर छोड़ने के बाद उन्होंने अपने जीवन में बहुत कुछ सहा और इसी दौरान उनके जीवन में एक लड़की भी आयी जिससे वह शादी करना चाहते थे, लेकिन उस लड़की ने सुकांत जी को केवल इसीलिए छोड़ दिया क्योंकि वह कम पढ़े लिखे थे और उनके पास पैसो की कमी थी। इस बात से सुकांत जी का दिल बुरी तरह से टूट गया और उन्होंने उसी दिन ठान लिया कि जीवन में बहुत पैसा कमाना है।
पैसा कमाने के लिए उन्होंने प्लम्बर का काम शुरू कर दिया। हालांकि प्लंबिंग का काम करते हुए उन्हें अपना सपना बेहद दूर नज़र आ रहा था और इसी दौरान उन्होने डायरेक्ट सेलिंग के बारे में सुना। डायरेक्ट सेलिंग के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए सुकांत जी ने डायरेक्ट सेलिंग की किताबे पढ़नी शुरू कर दी।
पत्नी की गोल्ड चेन बेचकर की डायरेक्ट सेलिंग की शुरुआत – अपनी पत्नी की गोल्ड की चेन बेचकर उन्होंने डायरेक्ट सेलिंग में शुरूआत की। शुरुआत में उनके पास साइकिल तक नहीं थी, तब उन्होंने पैदल ही डायरेक्ट सेलिंग की। सुकांत जी ने ऐसा वक़्त भी देखा जब घर में खाने तक को नहीं था और जब उन्होंने किसी से उधार माँगा तो उसने उधार देने से भी इंकार कर दिया। उधार न मिलने पर सुकांता जी बेहद निराश हो गए तब उनकी बीवी और बेटी ने उन्हें हौंसला रखने की और उन्हें कुछ कर दिखाने की हिम्मत दी।
इंडस्ट्री से मिला नाम और पैसा – धीरे धीरे अपनी मेहनत और लगन के चलते सुकांत जी को डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री से नाम और पैसा दोनों मिलने लगा। उनकी जी तोड़ मेहनत ने उन्हें इंडस्ट्री में सक्सेस के शिखर तक पहुंचाया। अपनी अथक मेहनत और लगन से सुकांत जी आज 2 लक्सरी कार और कई प्रॉपर्टीज के मालिक है।
डायरेक्ट सेलिंग के दम पर वह 29 देशो की यात्राएं कर चुके है और 4 से 5 देश वह अपने परिवार को भी ले जा चुके है।
डायरेक्ट सेलिंग में मेहनत कर सुकांत जी ने न केवल अपना सपना पूरा किया बल्कि आज वो एक आलीशान जीवन जी रहे है।
डायरेक्ट सेलिंग नाउ उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं देते हुए उनके बेहतर स्वास्थ्य और ढ़ेर सारी कामयाबी की कामना करता है।
Watch Story Of Sukanta Jena –https://www.youtube.com/watch?v=qxZQ9xnK4S4&t=69s