1980 से भारत में आई डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री ने बहुत से उतार-चढाव को पार किया है। भारत में लगभग 4 दशक बिताने के बाद इंडस्ट्री के पास आज भारत सरकार द्वारा बनाये गए नियम कानून है, जिसके संरक्षण में इंडस्ट्री फल फूल रही है। हालांकि डायरेक्ट सेलिंग के भविष्य को लेकर हर कोई संशय में रहता है खासकर वो लोग जो इंडस्ट्री में नए ज्वाइन होते है। 2016 से पहले इंडस्ट्री के पास न कोई सरकारी गाइडलाइन्स थी न ही कोई नियम कानून। तब उस समय भारत की कुछ डायरेक्ट सेलिंग एसोसिएशन और डायरेक्ट सेलर्स ने मिलकर डायरेक्ट सेलिंग को भारत में क़ानूनी मान्यता दिलवाने के लिए बेहद संघर्ष किया। जिसका उन्हें बेहद सुखमय परिणाम भी मिला और भारत में इंडस्ट्री को नई दिशा और सकारात्मकता मिली ।
अर्थशास्त्रियों की माने तो डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री आने वाले समय में भारत की अर्थव्यवस्था में बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान देगी।
एक सर्वे के अनुसार डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस से भारत सरकार को अच्छा टैक्स मिलता है और 2025 तक 1500 से 2000 मिलियन तक टैक्स में वृद्धि हो जाएगी यानी की इससे भारत सरकार को भी फायदा हो रहा है तो इससे आप समझ सकते हैं की आने वाले दिनों में डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस और तेजी से बढ़ेगा।
उधर वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ़ डायरेक्ट सेलिंग एसोसिएशन के 2019 और 2020 के आंकड़े दर्शाते है कि विश्व में तक़रीबन 120 मिलियन लोग डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री में काम करते है। महामारी के बाद ये आंकड़ा काफी बढ़ गया है। वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ़ डायरेक्ट सेलिंग एसोसिएशन की 2020 और 2021 की रिपोर्ट के अनुसार भारत में लगभग 74,31,848 डायरेक्ट सेलर्स डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री में काम कर रहे है। इसी रिपोर्ट के अनुसार भारत में इंडस्ट्री में कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट 17.6 % का है।
फेडरेशन ऑफ़ इंडियन चैम्बर्स ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज यानि FICCI की रिपोर्ट के अनुसार 2025 तक डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री 64 हज़ार करोड़ का आकड़ा पार कर जाएगी यानि कि भारत में डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री का भविष्य बहुत सुनहरा है।
हालांकि भारत में कई डायरेक्ट सेलिंग कम्पनीज ऐसी भी है जो बिना किसी एसोसिएशन की मदद के इंडस्ट्री में अपना बेहतरीन योगदान दे रही है। अगर उन सबका आकड़ा भी इस रिपोर्ट में शामिल कर लिया जाये तो यह एक बहुत बड़ा आकड़ा बन जाता है ।
जिससे यह साबित होता है कि भारत जैसे सबसे युवा आबादी वाले देश में डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री का भविष्य कई मायनों में स्वर्णिम है।
नियम कानून बनने के बाद डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री में एक स्थिरता आयी है और स्कैम जैसे मनी सर्कुलेशन और पोंजी स्कीम पर भी लगाम लगी है, जिससे इंडस्ट्री की तरफ लोगो का भरोसा भी बढ़ा है।
उम्मीद यही की जा रही है कि भारत में डायरेक्ट सेलिंग का वर्चस्व में बढ़ावा होगा । इन सभी नेशनल और इंटरनेशनल संस्थाओ की रिपोर्ट्स यह दर्शाती है कि भारत में डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री का भविष्य बेहद स्वर्णिम है।