डायरेक्ट सेलिंग की आड़ में होने वाले फ्रॉड से बचे …
डायरेक्ट सेलिंग की आड़ में एक बार फिर से पोंजी और पिरामिड जैसा स्कैम सामने आया है। राजस्थान में मल्टी लेवल मार्केटिंग के नाम पर 100 करोड़ की ठगी सामने आयी है। ओमी राम उर्फ़ राम मारवाड़ी नाम के शख्स को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिल्ली के रोहिणी से गिरफ्तार किया है। यही नहीं आरोपी ओमी राम के खिलाफ तक़रीबन 50 से ज़्यादा मामले अलग-अलग थाने में दर्ज है। क्योकि ये पूरा मामला डायरेक्ट सेलिंग के नाम पर फ्रॉड से जुड़ा है इसीलिए हम आपको बताते चले कि डायरेक्ट सेलिंग को MLM और नेटवर्क मार्केटिंग के नाम से भी जाना जाता है। इस तरह के फ्रॉड से MLM और नेटवर्क मार्केटिंग जैसे शब्द भी बदनाम होते है। आप इस तरह के फ्रॉड में न फसे इसके लिए हम आपको बताते है MLM या डायरेक्ट सेलिंग कानून क्या कहता है। डायरेक्ट सेलिंग में आपसे किसी भी तरह की एंट्री फीस नहीं ली जा सकती और न ही आपसे मेंबर जोड़ने पर कमीशन देने की बात कही जाती है , इसमें आपको प्रोडक्ट की सेल से कमाई की बात कही जाती है । फ्रॉड्स डायरेक्ट सेलिंग के नाम पर आपको बड़े बड़े सपने दिखाते है और आपसे लोगों को जोड़ने पर जोर देते है यानि की पिरामिड स्कीम चलाते है। यह बहुत जरुरी है कि आप फ्रॉड और डायरेक्ट सेलिंग कंपनी के बीच के फर्क को समझे ताकि डायरेक्ट सेलिंग की आड़ में आपको कोई बेवकूफ न बना सके। इस तरह के फ्रॉड्स डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री को बदनाम करते है, ये बेहद जरुरी है कि आप सतर्क रहे। चलिए अब आपको बताते है कि कैसे ओमी राम ने MLM की आड़ में कंपनी तो खोली लेकिन उसने किसी भी डायरेक्ट सेलिंग कानून का पालन नहीं किया और केवल और केवल चैन बनाने और पिरामिड स्कीम के जरिये लोगो को फसाया।