Network Marketing News: एपीजे हॉल, शूलिनी विश्वविद्यालय, सोलन, 10 जुलाई, 2025, CEDSA (Centre of Excellence for Direct Selling in Academics)
शूलिनी यूनिवर्सिटी में हुए CEDSA के 4th Annual Direct Selling Conclave के पहले दिन की शुरुआत एक सही और दमदार पैनल डिस्कशन से हुई, जिसका टॉपिक था: “Leveraging Digital Evolution: Empowering the New-Age Direct Seller”। यह पैनल चर्चा आज की डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री में डिजिटल टेक्नोलॉजी के बढ़ते असर और उसके सही इस्तेमाल पर फोकस रही।
इस सेशन का संचालन श्री कपिल शर्मा ने किया, जो इस पैनल के मॉडरेटर के रूप में सभी पैनलिस्ट्स के साथ मिलकर चर्चा की प्लानिंग और फ्लो को अच्छे से दिशा दे रहे थे। उन्होंने पैनल को बहुत प्रभावी तरीके से चलाते हुए टॉपिक से जुड़ी गहराई और अलग-अलग पहलुओं को सामने लाया।
इस पैनल में देश की डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री के कई जाने-माने और एक्सपीरियंस्ड स्पीकर्स ने हिस्सा लिया, जिनमें शामिल थे:
श्री दीपक बजाज – भारत के सबसे पॉपुलर मोटिवेशनल स्पीकर और डायरेक्ट सेलिंग कोच, जिन्होंने डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल करके लाखों लोगों को इस फील्ड में आगे बढ़ाया है।
श्री राहुल शर्मा – रियल आर्ट पिक्चर के फाउंडर और “Direct Selling Now” जैसे बड़े मीडिया प्लेटफॉर्म के क्रिएटर, जो इंडस्ट्री को डिजिटल तरीके से जोड़ने में अहम रोल निभा रहे हैं।
श्री विनोद नंबूथिरी – एक एक्सपीरियंस्ड डायरेक्ट सेलिंग स्ट्रेटेजिस्ट, जिन्होंने टेक्नोलॉजी को बिजनेस डुप्लिकेशन सिस्टम के साथ जोड़ने में महारत हासिल की है।
श्री मनीष मारवाहा – ब्रांड और कम्युनिकेशन के माहिर, जो डिजिटल ब्रांड बिल्डिंग के जरिए डायरेक्ट सेलिंग कंपनियों को नई ऊँचाइयों तक ले जा रहे हैं।
श्री महावीर सिंह कैंतुरा – एथिक्स और गवर्नेंस को अहमियत देने वाले इंडस्ट्री लीडर, जो नए डायरेक्ट सेलर्स को डिजिटल माहौल में ट्रेनिंग दे रहे हैं।
श्री अर्जुन खन्ना – टेक्नोलॉजी इनेबलमेंट और सेल्स स्ट्रेटेजी में एक्सपर्ट, जिनकी सोच डायरेक्ट सेलिंग में इनोवेशन को बढ़ावा देती है।
श्री विशाल वत्स – यंग एंटरप्रेन्योर और मार्केटिंग एक्सपर्ट, जो डिजिटल टूल्स के जरिए नए जमाने के सेलर्स को ट्रेन करने में आगे हैं।
इस सेशन में पैनलिस्ट्स और उनके एक्सपीरियंस के आधार पर उन्हें दो-दो सवाल पूछे गए, जिससे डिस्कशन का स्कोप काफी बड़ा और डीप हो गया।
पैनलिस्ट और मुख्य चर्चा:
1️⃣ श्री दीपक बजाज
भारत के डायरेक्ट सेलिंग सेक्टर में डिजिटल मोटिवेशन के प्रतीक माने जाने वाले श्री बजाज से पूछा गया कि नए डायरेक्ट सेलर्स Instagram, YouTube और LinkedIn जैसे प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल कैसे करें ताकि वे डिजिटल दौर में भरोसा बना सकें और नए लोग जुड़ सकें।
उन्होंने यह भी बताया कि बिना कन्फ्यूज हुए, एक डायरेक्ट सेलर कैसे तीन खास स्ट्रेटेजीज से अपनी डिजिटल पहचान मजबूत कर सकता है।
2️⃣ श्री राहुल शर्मा
“Direct Selling Now” जैसे मीडिया प्लेटफॉर्म और प्रोडक्शन हाउस के फाउंडर श्री शर्मा से पूछा गया कि वीडियो कंटेंट—जैसे शॉर्ट फिल्म्स, रील्स और पॉडकास्ट—डायरेक्ट सेलिंग की कहानी को डिजिटल ऑडियंस के लिए कैसे तैयार करते हैं।
उन्होंने डिजिटल ब्रांडिंग में होने वाली कॉमन गलतियों पर बात की और बताया कि DS कंपनियाँ कैसे अपनी क्रेडिबिलिटी बनाए रख सकती हैं।
3️⃣ श्री विनोद नंबूथिरी
लोकल भाषाओं में डिजिटल कंटेंट बनाने में माहिर श्री नंबूथिरी से पूछा गया कि छोटे शहरों में वर्नाक्युलर कंटेंट कितना असरदार हो सकता है।
साथ ही उन्होंने लाखों डिस्ट्रीब्यूटर्स को ट्रेनिंग देने के लिए स्केलेबल डिजिटल मॉडल्स की भी जानकारी दी।
4️⃣ श्री मनीष मारवाहा
एक वेलनेस-आधारित डायरेक्ट सेलिंग कंपनी के फाउंडर के रूप में उन्होंने बताया कि कंपनियाँ अपने प्रोडक्ट के विज़न को डिजिटल स्ट्रेटेजी के ज़रिए पब्लिक अपील में कैसे बदल सकती हैं।
पॉडकास्ट और लॉन्ग-फॉर्म स्टोरीटेलिंग से कस्टमर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स के साथ इमोशनल कनेक्शन कैसे बनाया जाए, इस पर उन्होंने डिटेल में बात की।
5️⃣ श्री महावीर सिंह कैंतुरा
डिस्ट्रीब्यूटर कम्युनिकेशन के लिए व्हाट्सएप जैसे प्लेटफॉर्म का सही इस्तेमाल कैसे किया जाए, इस पर उन्होंने बताया।
साथ ही उन्होंने यह भी समझाया कि व्हाट्सएप को सिर्फ बातचीत के लिए नहीं, बल्कि प्रॉस्पेक्टिंग, इंगेजमेंट और कंप्लायंस टूल के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
6️⃣ श्री अर्जुन खन्ना
AI और ऑटोमेशन के समर्थक श्री खन्ना ने बताया कि यह टेक्नोलॉजी डायरेक्ट सेलिंग में काम की एफिशिएंसी कैसे बढ़ा सकती है, जबकि इंसानी जुड़ाव भी बना रहे।
उन्होंने अगले तीन साल में अपनाई जाने वाली मुख्य डिजिटल इनोवेशन्स पर भी रोशनी डाली।
7️⃣ श्री विशाल वत्स
एक पॉपुलर यूट्यूब चैनल और इंडस्ट्री कनेक्टर के रूप में उन्होंने कहा कि इंफ्लुएंसर-ड्रिवन सेल्स, ट्रेडिशनल डायरेक्ट सेलिंग के साथ मिलकर भारत के अलग-अलग मार्केट्स में काम कर सकती है।
उन्होंने बताया कि यूट्यूब और इंफ्लुएंसर कोलैबोरेशन के ज़रिए नए डायरेक्ट सेलर्स जल्दी भरोसा कैसे बना सकते हैं।
CEDSA की यह पहल न सिर्फ डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री को एजुकेशनल स्ट्रेंथ देने का कदम है, बल्कि यह भी साबित करती है कि एजुकेशन, टेक्नोलॉजी और लीडरशिप—तीनों के मिलकर काम करने से इस इंडस्ट्री को नई ऊँचाइयाँ मिल सकती हैं।
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