1995 में दिल्ली में जन्मे मिस्टर तरुण कनौजिया आज डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री में जाना पहचाना नाम है। उनका जन्म एक लोवर मिडिल क्लास परिवार में हुआ था। उनके पिता दिल्ली में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी किया करते थे।
घर में पैसो की तंगी के दौर को देख चुके तरुण बचपन से अमीर बनने के सपने देखते थे। पैसे कमाने के लिए उन्होंने घरों में अखबार डालने से लेकर ट्यूशन तक पढ़ाया लेकिन इससे उनका सपना पूरा नहीं हुआ तभी उन्होंने अपने भाई से सलाह मांगी कि आखिर अमीर कैसे बना जाएं और सभी की तरह उनके भाई ने कहा पढ़ लिख कर।
फिर क्या था तरुण ने इस बात को दिमाग में बैठा लिया और 10वी,12वी में टॉप करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी के टॉप कॉलेज में एडमिशन ले लिया जिसके बाद उन्हें एक 15 हज़ार मासिक आय वाली जॉब मिली।
इसी दौरान इनके जीवन में डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री ने प्रवेश किया लेकिन इन्होने उसे संजीदगी से नहीं किया और बस अपनी नौकरी में लग गए।
तरुण जी का सपना था अमीर बनना जब उन्होंने देखा कि नौकरी से वो कभी भी अपने सपने पुरे नहीं कर पायंगे तो साल 2016 में उन्होंने पूरी तरह डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री को अपनाने का फैसला कर लिया और पुरे जी जान से इंडस्ट्री में काम करने लगे।
तरुण बताते है कि इंडस्ट्री में आकर मात्र 6 साल में उनका अच्छा घर, गाड़ी और वित्तीय स्वतंत्रता का सपना पूरा हो गया। जो सपने उन्हें नौकरी करते हुए नामुमकिन से लग रहे थे डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री ने उन्हें बहुत कम समय में पूरा कर दिया और इसके साथ साथ डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री ने उन्हें पहचान भी दिलाई।
मिस्टर तरुण कनौजिया मानते है कि अगर आपके पास कोई बैकअप नहीं है और आपके अंदर पैसा कमाने की, सपने देखने की लगन है तो डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री आपके लिए एकदम परफेक्ट है।
बुलंद इरादों, निष्ठा और अथक मेहनत के पर आज मिस्टर तरुण कनौजिया इंडस्ट्री में जाना पहचाना नाम है।
डायरेक्ट सेलिंग नाउ उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें बधाई देता है।