Tuesday, March 11, 2025
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Oral Health Day 2024: दांतों को स्वस्थ रखने के आयुर्वेदिक टिप्स

Oral Health Day 2024: WHO की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया की लगभग आधी आबादी यानी करीब 45% लोग (3.5 बिलियन लोग) दांतों/मुंह की बीमारियों से पीड़ित हैं। इतना ही नहीं, दुनियाभर में पिछले 30 सालों में मौखिक रोगों (oral diseases) के मामले 1 अरब बढ़ गए हैं। और अगर भारत की बात करें, तो देश में 95% से ज्यादा वयस्कों को दंत क्षय है, और 50% से ज्यादा व्यस्क पेरियोडोंटल रोग के साथ जी रहे हैं।

Oral Health Day 2024: 

हर साल 20 मार्च को वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे (WOHD) मनाया जाता है। इस बार FDI ने Oral Health Day के उपलक्ष्य में 2024 से 2026 तक एक आधिकारिक अभियान की घोषणा की है। इसका उद्देश्य डेंटल हेल्थ से जुड़ी बीमारियों के प्रति लोगों को जागरूक करना है।
दांत हमारे शरीर का बहुत अहम हिस्सा हैं। ये न सिर्फ हमें खाना खाने में मदद करते हैं, बल्कि हमारा सौंदर्य भी बढ़ाते हैं। ऐसे में उनकी देखभाल करना जरूरी हो जाता है। जैसा कि आप जानते हैं दंत चिकित्सा की दुनिया में, आज जहां लगभग हर दिन नया आविष्कार हो रहा है, वहीं आयुर्वेद के सदियों पुराने ज्ञान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। क्योंकि आयुर्वेद और प्राकृतिक प्रथाएं हमारे स्वास्थ्य और स्वच्छता का खजाना हैं। आइए जानते हैं कैसे प्राकृतिक और घरेलू तरीकों से आप अपनी ओरल हेल्थ को मेंटेन कर सकते हैं।

ओरल हेल्थ के लिए अपनाएं ये आयुर्वेदिक टिप्स:

ऑयल पुलिंग: इसका मतलब तेल से कुल्ला करना है। ऐसा करने से दांतों पर जमा गंदगी की परत साफ हो जाती है। इससे प्लाक को कम करने, कैविटी को रोकने, सांसों को तरोताजा और सफेद करने में मदद मिलती है। इसके लिए आप तिल या नारियल का तेल इस्तेमाल कर सकते हैं। 15 से 20 मिनट ऑयल पुलिंग करें।

आयुर्वेदिक टूथपेस्ट का इस्तेमाल: नीम, लौंग, इलायची और पुदीना जैसे प्राकृतिक अवयवों से तैयार आयुर्वेदिक टूथपेस्ट का इस्तेमाल करें। ये जड़ी-बूटियां सांसों को ताज़ा करने के साथ-साथ मसूड़ों की बीमारी, प्लाक और सांसों की दुर्गंध से निपटने में मदद करता है।

नीम की दातुन: नीम में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं। नीम के एंटीसेप्टिक गुण दांत और मसूड़ों के रोग, जैसे कि मसूड़े की सूजन और यहां तक कि पायरिया से लड़ने में भी मदद करते हैं। इसकी दातुन करने से हमारे मुंह में एंटी-बैक्‍टीरियल यौगिक रिलीज होते हैं, जो मुंह के कीटाणुओं को खत्म करते हैं। नीम मुंह की बदबू को कम करने, दांतों को चमकदार और स्वस्थ बनाने में मददगार है।

जीभ की सफाई: जीभ पर जमे बैक्टीरिया और टॉक्सिन मुंह की बदबू का कारण हैं। अगर मुंह की बदबू से निजात चाहिए, तो जीभ को साफ रखें। इसके लिए आप टंग स्‍क्रैपर का इस्तेमाल कर सकते हैं।

काढ़े से कुल्‍ला करें: त्रिफला या यष्टिमधु को उबालकर काढ़ा तैयार करें। जब यह गुनगुना हो जाए, तो इससे कुल्ला करें। इसमें मौजूद पौष्टिक तत्व दांतों को स्वस्थ रखने और मुंह में अल्सर के इलाज के लिए लाभदायक है।
हल्दी और नमक का मंजन: सरसों के तेल में हल्दी, नमक मिलाकर मंजन तैयार कर लें। नियमित रूप से इसका इस्तेमाल करें। यह दांतों को चमकदार बनाने में मदद करता है।

दांत में दर्द या मसूड़ों की सूजन के लिए अपनाएं ये नुस्खे:

  • काली मिर्च का पाउडर और लौंग का तेल दांत पर लगाएं।
  • चुटकी भर नमक के साथ सरसों का तेल मालिश करने से भी दर्द कम करने में मदद मिलती है।
  • नींबू का रस भी दर्द में कारगर है।
  • कैलेंडुला (कैलेंडुला आफिसिनालिस), सेग (सैल्विया आफिसिनालिस), माइर (काम्मीफोरा माइरा), बासिल, मारजोरम और असाफोएटिडा का माउथ वॉश दर्द में इफेक्टिव है।
  • बर्फ के टुकड़े से सेंकने से भी दर्द में राहत मिलती है।

हमेशा खूब पानी पिएं। क्योंकि इससे लार के उत्पादन में सहायता मिलती है, जो प्राकृतिक तरीके से मुंह को साफ रखती है।

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