भारत में डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री रोजगार के साथ साथ स्वास्थ्यवर्धक उत्पाद मुहैया करवाकर देश से बेरोजगारी और बीमारी को दूर करने के असीमित प्रयत्न कर रही है।
इसी कड़ी में अमूल्य हर्ब्स प्राइवेट लिमिटेड ने हर किसी को बेहतर और उचित मूल्य पर स्वास्थ्य और रोज़गार देने की सोच के साथ भारत के कई हिस्सों में बिहार के एक्सूप्रेशर योग कॉलेज के साथ मिलकर अमूल्य वैलनेस सेंटर खोलने की शुरुआत की है।
जिसके तहत वाराणसी के पश्चात चौथे चरण में उड़ीसा में तीन दिवसीय वर्कशॉप और सेमीनार का आयोजन किया गया।
इसका मकसद देशहर में सेवाभाव और सस्ता इलाज मुहैया करवाकर कई बीमारियों को दूर भगाना है। अमूल्य वैलनेस सेंटर का यह कोर्स बेहद बेहतरीन और ज्ञानवर्धक है। इसमें 3 महीने तक एडवांस एक्सूप्रेशर की पढ़ाई करने के बाद अमूल्य वैलनेस सेंटर व्यहवारिक ज्ञान मतलब प्रैक्टिकल नॉलेज प्रदान करेगा।
भारत के अंदर चार जगहों पटना,वाराणसी,सोनीपत,ओडिशा में होने वाले व्यवहारिक कार्यशाला का चतुर्थ पड़ाव भारत की धार्मिक एवं प्राचीन नगरी भुवनेश्वर ओडिशा में हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत बिहार एक्सूप्रेशर के सचिव डॉक्टर अजय प्रकाश, अमूल्य हर्ब्स के एसोसिएट वाईस प्रेजिडेंट उधम सिंह राणा और एक्सूप्रेशर गुरु डॉ सर्वदेव प्रसाद गुप्ता के सम्बोधन से हुई ।
अमूल्य हर्ब्स के प्रतिनिधि उधम सिंह राणा ने इस वर्कशॉप में शामिल हुए सभी प्रशिक्षुओं का फूलमाला द्वारा स्वागत किया।
इस अवसर पर मुख्य प्रबंधक निदेशक क्लब मेंबर सुनील देवगन ने कहा कि भारत में स्वास्थ्य क्रांति के साथ साथ आर्थिक क्रांति की भी जरुरत है आज भारत में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ी है जिसके फलस्वरूप लोग वैकल्पिक चकित्सा और आयुर्वेद की तरफ अपना रुख मोड़ रहे है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए अमुल्या हर्ब्स के सीएमडी डॉक्टर मनीष मारवाह ने भारत में आयुर्वेद के प्राचीनतम इतिहास के बारे बताते हुए कहा कि इसे पुनर्जीवित करने का समय आ गया है।
इस आयोजन में देश भर से लगभग 200 से अधिक प्रशिक्षु शामिल हुए है। अमूल्य हर्ब्स के प्रतिनिधि हेड उधम सिंह राणा जी ने बताया कि अमूल्य का मकसद 1 साल में भारत में हज़ारो अमूल्य वैलनेस सेंटर खोलने की योजना को मूर्त रूप देना है । जहाँ एडवांस एक्सूप्रेशर तकनीकों के द्वारा सेवाभाव से इलाज मुहैया करवाया जायेगा इसके साथ ही इन सेंटर्स का मकसद भारत में आर्थिक रूप से कमजोर तबके के लोगो को कम कीमत में इलाज मुहैया करवाना है।