Home Ayurveda Ayurveda in Hindi: पुराने से पुराने जोड़ों के दर्द और गठिया को जड़ से ख़त्म कर सकती है यह एक चीज

Ayurveda in Hindi: पुराने से पुराने जोड़ों के दर्द और गठिया को जड़ से ख़त्म कर सकती है यह एक चीज

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Ayurveda in Hindi: पुराने से पुराने जोड़ों के दर्द और गठिया को जड़ से ख़त्म कर सकती है यह एक चीज
Ayurveda in Hindi: Shallaki Benefits for chronic joint pain and arthritis

Ayurveda in Hindi: कभी सोचा है एक natural remedy के बारे में जो आपके जोड़ों के दर्द को शांत करे और बिना किसी सिंथेटिक दवाओं के सूजन को कम करे? आपका इंतज़ार अब ख़तम होता है! शल्लाकी (Shallaki) जड़ी बूटी, जो बोसवेलिया सेराटा के नाम से भी जानी जाती है, जोड़ों से जुड़ी आपकी तमाम परेशानियों को दूर करने में मददगार है।

शल्लाकी के फायदे

Shallaki, या फिर बोसवेलिया सेराटा, एक शक्तिशाली जड़ी बूटी है, जो कई सदियों से पारंपरिक आयुर्वेदिक चिकित्सा में उपयोग होती आ रही है। ये शानदार पौधा भारत, अफ्रीका और मध्य पूर्व में पाया जाता है। शल्लकी के पेड़ से निकला गया रेज़िन बोसवेलिक एसिड से भरपूर होता है, जो अपने मजबूत एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के लिए जाना जाता है।

जोड़ों के दर्द से राहत

इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण जोड़ों में स्टिफनेस, दर्द और सूजन को कम करने के साथ साथ गठिया जैसी स्थितियों से राहत दिलाने में मदद करते हैं। यह कार्टिलेज को टूटने से बचाता है, जिससे यह पुराने से पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस के लिए एक प्रभावी उपाय है।

Ayurveda in Hindi: Shallaki Benefits for chronic joint pain and arthritis

शरीर को डेटॉक्स करे

खराब पाचन तंत्र, वात दोष और अनडायजैस्टैड़ मेटाबोलिक वेस्ट की वजह से हमारे जोड़ो में टाॅक्सिन्स इक्ट्ठा हो जाते हैं। Shallaki इन हानिकारक पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है।

दर्द से राहत

शल्लकी के सूजन रोधी गुण एक बेहतरीन प्राकृतिक दर्द निवारक हैं। ये ख़ास तौर पर उन लोगों के लिए बहुत इफेक्टिव है, जो पुराने दर्द से पीड़ित हैं।

पाचन में सहायक

शल्लकी digestive health को भी support करता है।

मानसिक स्वास्थ्य में फायदेमंद

Shallaki फाइटोकेमिकल्स, एल्कलॉइड और बीटा बोसवेलिक एसिड से भरपूर होता है, जो कई तरह के शारीरिक और मानसिक समस्याओं में राहत पहुंचाने का काम करते हैं।

Ayurveda in Hindi: Shallaki Benefits for chronic joint pain and arthritis

साँस संबधी परेशानियों से राहत

शल्लकी अस्थमा और अन्य सूजन संबंधी ब्रोन्कियल रोगों के खतरे को कम करती है, साथ ही यह खांसी के लक्षणों को कम करने में भी कारगर है।

एक ऐसी दुनिया में जहाँ सिंथेटिक मेडिसिन के साथ काफी साइड इफेक्ट्स आते हैं, उसमें नेचुरल रेमेडी जैसे शल्लकी हर्ब का इस्तेमाल करना फायदेमंद हो सकता है, जो जोड़ों के दर्द से लेकर कई अन्य समस्याओं में लाभकारी हो सकता है।

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