Network Marketing Latest News: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने डार्क वेब, क्रिप्टोकरेंसी, ऑनलाइन बाजारों और ड्रोन के खतरे को देखते हुए इन पर कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता जताई है। उन्होंने इन तकनीकों के जरिए बढ़ते सुरक्षा खतरों का हवाला दिया और इनसे निपटने के लिए ठोस कदम उठाने की बात की। नई दिल्ली में ‘नशीली दवाओं की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा’ पर आयोजित एक क्षेत्रीय सम्मेलन में शाह ने कहा कि इन नए तकनीकी खतरों के मद्देनजर राज्यों और केंद्र सरकार के साथ-साथ तकनीकी विशेषज्ञों के सहयोग से समाधान निकाले जाने चाहिए।
गृह मंत्री ने कहा कि जम्मू और कश्मीर, पंजाब, गुजरात और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में नशीली दवाओं के नेटवर्क को तोड़ने और नार्को-आतंकवाद से निपटने में सरकार की सफलता को उजागर किया। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले दशक में नशीली दवाओं की जब्ती सात गुना बढ़ी है, और पिछले दस वर्षों में नशीली दवाओं के नष्ट होने का मूल्य 54,851 करोड़ रुपये था, जो पिछले दशक की तुलना में आठ गुना अधिक है।
गृह मंत्री ने ‘Drug Disposal Fortnight की घोषणा की, जो 11 जनवरी से 25 जनवरी तक चलेगा, जिसमें 8,600 करोड़ रुपये मूल्य की नशीली दवाओं को नष्ट किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने एनसीबी के भोपाल जोनल यूनिट के नए कार्यालय परिसर का उद्घाटन भी किया और सभी 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ‘मानस-2’ हेल्पलाइन का विस्तार किया।
अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ड्रग तस्करी के खिलाफ शून्य सहनशीलता नीति को सराहा और भारत को 2047 तक नशा मुक्त बनाने के लिए सरकार की तीन-चरणीय रणनीति का उल्लेख किया। इसमें संस्थागत ढांचे को मजबूत करना, नशीली दवाओं से संबंधित एजेंसियों के बीच समन्वय को बढ़ाना और जन जागरूकता अभियानों को बढ़ावा देना शामिल है।
सम्मेलन में रीयल-टाइम सूचना साझाकरण के लिए ‘मानस’ पोर्टल और एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स की चर्चा भी की गई। अंत में, गृह मंत्री ने सभी पक्षों से मिलकर राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने और युवा पीढ़ी को नशीली दवाओं के जाल से बचाने की अपील की।
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